मंगलवार, 26 जुलाई 2016

फर्ज बताने हम निकलें हैं


कारगिल दिवस पर 




















कारगिल दिवस पर 


अखण्ड भारत का अखण्ड दीप जलाने हम निकले हैं
करें हिन्द पर प्राणउत्सर्ग अलख जगाने हम निकले हैं
ज्योति से ज्योति बिखेरने की मुहीम पर हम निकले हैं
साथ कारवां का निभाने की अपील पर हम निकले हैं

जागो भारतवंशी एकता का हार पिराने हम निकले हैं
शहादतों का कर्ज उतारना फर्ज बताने हम निकलें हैं
ग़द्दारों की विकृत ज़मीर को धिक्कारने हम निकले हैं
रचनाधर्मिता की मशाल से तुम्हें जगाने हम निकले हैं

                                                  शैल सिंह 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

नव वर्ष मंगलमय हो

नव वर्ष मंगलमय हो  प्रकृति ने रचाया अद्भुत श्रृंगार बागों में बौर लिए टिकोरे का आकार, खेत खलिहान सुनहरे परिधान किये धारण  सेमल पुष्पों ने रं...