ऐसी गलती बार-बार करुँगी
मिस्टर कन्हैया जेल जाना तो तुम्हारे लिए वरदान सावित हो गया ,जे एन यू से बहुत सारे नेता निकले लेकिन उनमें से गिने-चुने लोगों को ही यह देश जान पाया और तुम तो जेल से बाहर आकर अच्छी खासी भीड़ जुटाकर अपनी धाक ज़माने में कामयाब हो गए । एस सी एस टी ओ बी सी का कार्ड खेलकर तथा रोहित वेमुला का नाम उछालकर जिस तरह से युवाओं को भरमाने की विसात बिछा रहे हो वह तुम्हारी राजनीतिक कूटनीति की एक चाल मात्र है इससे इतर कुछ भी नहीं । जब कि तुम भी अच्छी तरह जानते हो कि जैसे इस देश में आये दिन विक्षिप्त लोग ख़ुदकुशी ,आत्महत्या करते हैं ,वैसे ही एक केस रोहित वेमुला का भी है वैसे तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है जो लोग अपनी समस्याओं से संघर्ष नहीं कर पाते वे इस तरह का कायरता पूर्ण कार्य अख्तियार कर लेते हैं। कन्हैया तुम्हें भी अच्छी तरह पता होगा कि जिस नरेंद्र मोदी का आज तुम दहाड़कर मखौल उड़ा रहे हो इन मानसिक दिवालियेपन वाली भीड़ों के समक्ष जिनका अपना कोई वजूद नहीं वरना सौ बार ये हुजूम सोचता कि कैसे देशद्रोही का हम जश्न मना रहे हैं और भाषण सुन र...