विदेशी भाषा अंग्रेज़ी
विदेशी भाषा अंग्रेज़ी हिंदुस्तान में ही जब शाख़ नहीं हिंदी की तो कैसा हिंदुस्तान जिस भाषा को ढाल बना लड़ा था देश जो स्वाधीनता संग्राम जहाँ की रीति,प्रीति,संस्कृति,प्रकृति में कण-कण बसी है हिंदी विदेशी भाषा अंग्रेज़ी,भारतीय सभ्यता की अभिव्यक्ति है हिंदी जैसे ब्रिटिश सत्ता के साथ आई थी अंग्रेज़ी बन कर यहाँ मेहमान वैसे ही यहाँ से हिंदी के धुरंधर विद्वान इसे विदा कर दें ससम्मान राजभाषा को सुदृढ़ करना,देश के नागरिकों को आगे आना होगा मधुरस घोलने वाली हिंदी को दृढ़ता से सबल,सशक्त बनाना होगा जयललिता,करूणानिधि जैसे अंग्रेजी की करें हिमायत रहें हितैषी राजभाषा के राजद्रोहियों के विलाप को करना होगा ऐसी की तैसी अंग्रेजी भक्त पी.चिदंबरम खूब करें तीमारदारी इसकी तरफदारी हिंदुस्तान में नहीं होगी बाहरी भाषा की ईज्जतदारी से खातिरदारी अंग्रेजी मोहित लोग यहाँ से जाकर करें ग़ुलामी अंग्रेजों के देश देश भक्तों को अपनानी अपनी राजभाषा जो लगती सबसे श्रेष्ठ क्षेत्र है इसका व्यापक इतना आसानी से बोला समझा...