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मई 4, 2014 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

चलो लहरों में बह जाएँ

चलो लहरों में बह जाएँ चलो लहरों में बह जाएँ,तूफानी लहर मोदी की बाधाएं कब रोक सकीं हवा का रुख मनमौजी बदलावों की आँधी ने जन मानस को जगा दिया  कद्दावर मोदी का जलवा हर मन को लुभा दिया  । लिखी इबारत पढ़कर सब मंचों पर बोला करते हैं जब मोदी बोलें दहाड़कर शब्द भी डोला करते हैं रसास्वाद लेकर सब सुनते हर हर्फ़ की होती चर्चा इसीलिए हर ओर दिखाई दे खिले कमल का पर्चा । जन सैलाब उमड़ता जिसके हर रैली गलियारों में पेशानी पर बल पड़ जाता विद्रोही खेमों के बाड़ों में विरोधी बाल की खाल उधेड़ते अफ़वाहों की हॉट लगाते धोकर हाथ पड़ जाते पीछे खुद के कद पर बाट लगाते । चुनावों के महासमर में ख़ूब वादों की झड़ी लगा विरोधी  वर्षों सत्ता में रह कर खूब पुआ,माल,मलाई उड़ा विरोधी  हार के डर से सहम गए,मोदी रोको में झोंक रहे ताकत ग़र ईमान से शासन करते जनता करती उनकी हिफ़ाज़त । मोदी देश की ताक़त बनकर उभरे सबल सशक्त बनाना है महाशक्ति का तमग़ा देकर हमें दुनिया को यह बतलाना है भरम में रहने वालों को ललकार हम सबको यह समझाना है आपस ...

अबकी बार मोदी सरकार

अबकी बार मोदी सरकार  तस्वीर बदलने वाली है ,तकदीर संवरने वाली है , दिल्ली के सिंहासन पर ,छवि बेदाग उतरने वाली है दूर होगी अब बदहाली ,चहुँदिश फैलेगी ख़ुशहाली , भारत माँ के मस्तक पर किरण नई बिखरने वाली है क्योंकि सरकार बी.जे.पी. की मोदी की आने वाली है । भ्रष्टाचार मुक्त शासन सपना,सारा देश लगे जिसे घर अपना सुख से मुख जिसने मोड़ लिया घर-बार कभी का छोड़ दिया देश सेवा ही जिसका धर्म-कर्म,जो जाने हिंदुस्तान का मर्म महानायक वह देश पुजारी राष्ट्रद्रोहियों की मति गयी है मारी जन पीड़ा से जो पीड़ित है जिसका सृजन लिए हृदय व्यथित है शख़्सियत बेजोड़ उभरने वाली है ऐसी सरकार बहुरने वाली है । विपक्ष का सारा अमला पीछे पड़ा फिर भी कादा में कमल खिला आसमान झुकाने की कूबत जिसमें जनता को दिखती सीरत उसमें लोक लुभावन व्यक्तित्व लगे अक्षर-अक्षर मनभावन अस्तित्व लगे भाषा शैली बोली आली-आली जिसकी चाल-ढाल है गजब निराली सारी जनता जिसकी कायल है जिसकी प्रसिद्धि से दुश्मन घायल हैं उस आकर्षण में दुनिया बंधने वाली है सरकार मोदी की आने वाली है । हर फन मे...