अबकी बार मोदी सरकार
तस्वीर बदलने वाली है ,तकदीर संवरने वाली है ,
दिल्ली के सिंहासन पर ,छवि बेदाग उतरने वाली हैदूर होगी अब बदहाली ,चहुँदिश फैलेगी ख़ुशहाली ,
भारत माँ के मस्तक पर किरण नई बिखरने वाली है
क्योंकि सरकार बी.जे.पी. की मोदी की आने वाली है ।
भ्रष्टाचार मुक्त शासन सपना,सारा देश लगे जिसे घर अपना
सुख से मुख जिसने मोड़ लिया घर-बार कभी का छोड़ दिया
भ्रष्टाचार मुक्त शासन सपना,सारा देश लगे जिसे घर अपना
सुख से मुख जिसने मोड़ लिया घर-बार कभी का छोड़ दिया
देश सेवा ही जिसका धर्म-कर्म,जो जाने हिंदुस्तान का मर्म
महानायक वह देश पुजारी राष्ट्रद्रोहियों की मति गयी है मारी
जन पीड़ा से जो पीड़ित है जिसका सृजन लिए हृदय व्यथित है
शख़्सियत बेजोड़ उभरने वाली है ऐसी सरकार बहुरने वाली है ।
विपक्ष का सारा अमला पीछे पड़ा फिर भी कादा में कमल खिला
आसमान झुकाने की कूबत जिसमें जनता को दिखती सीरत उसमें
लोक लुभावन व्यक्तित्व लगे अक्षर-अक्षर मनभावन अस्तित्व लगे
भाषा शैली बोली आली-आली जिसकी चाल-ढाल है गजब निराली
सारी जनता जिसकी कायल है जिसकी प्रसिद्धि से दुश्मन घायल हैं
उस आकर्षण में दुनिया बंधने वाली है सरकार मोदी की आने वाली है ।
हर फन में माहिर मोदी जी हैं हर गुण में है पारंगत
ज्ञानी पुरुष,श्रेष्ठ अग्र जनों की मिली है जिसको संगत
शख़्सियत बेजोड़ उभरने वाली है ऐसी सरकार बहुरने वाली है ।
विपक्ष का सारा अमला पीछे पड़ा फिर भी कादा में कमल खिला
आसमान झुकाने की कूबत जिसमें जनता को दिखती सीरत उसमें
लोक लुभावन व्यक्तित्व लगे अक्षर-अक्षर मनभावन अस्तित्व लगे
भाषा शैली बोली आली-आली जिसकी चाल-ढाल है गजब निराली
सारी जनता जिसकी कायल है जिसकी प्रसिद्धि से दुश्मन घायल हैं
उस आकर्षण में दुनिया बंधने वाली है सरकार मोदी की आने वाली है ।
हर फन में माहिर मोदी जी हैं हर गुण में है पारंगत
ज्ञानी पुरुष,श्रेष्ठ अग्र जनों की मिली है जिसको संगत
जिसमें देश के गौरव की पीड़ा जिसमें स्वर्णिम युग लाने की बीड़ा
कितने अपमानों का घूँट पिया,प्रण पथ से ना खुद को अलग किया
कितने अपमानों का घूँट पिया,प्रण पथ से ना खुद को अलग किया
जन सैलाब उमड़ता जिसके लिए हर दिल अज़ीज है जो सबके लिए
तपकर सोना निखरने वाला है देश स्वर्णिम युग फिर संवरने वाला है ।
तपकर सोना निखरने वाला है देश स्वर्णिम युग फिर संवरने वाला है ।
कमल का बटन दबाकर देखो जाँच-परख कर इस बार भी देखो
अफ़वाहों पर अमल करो ना,मतदाता दिल से सोचो रहो भरम में ना
हाथ का पंजा,साईकिल सवार,हथिनी,आप भी हार के डर से बेज़ार
अबकी बार मोदी सरकार गली-गली बुलंद है नारा सुन लो यार ।
शैल सिंह
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