हिमाञ्चल प्रदेश में व्यास नदी में जो समाहित हो गए ,
उनके परिजनों का यह विलाप
छीनकर इस जिंदगी का मक़सद ओ आफ़रीदगार
दस्ते गुरबत में डुबोकर क्या मिला परवरदिगार
जीस्त जिसपे वारा था कहाँ ले गया ये आबशार
हैरतज़दा भी हैफ़ भी रूठी किस्मत दिल आज़ार ।
आफ़रीदगार--सृष्टि कर्ता
दस्ते गुरबत --दुखों के संसार में
जीस्त --जीवन , आबशार--जल प्रपात
हैफ़ --अफ़सोस , आज़ार --दुःखदायी ।
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