शनिवार, 17 मई 2014

अप्रत्याशित कीर्तिमान स्थापित हुआ है

अप्रत्याशित कीर्तिमान स्थापित हुआ है 

कहाँ लिखा है किस बाइबिल में और गीता,ग्रन्थ,कुरान में 
खून,पानी में अंतर होता हिन्दू,सिख, ईसाई,मुसलमान में। 

देश के लिए जनादेश का यह रुझान देखिए 
हर गढ़ में खिला कमल का निशान देखिए 
बह गए लहर में मोदी के हर वो बाँध देखिए 
कैसा जननायक दिया जनता ने है देश को 
अप्रत्याशित कीर्तिमान का ईनाम  देखिए
किस कद को दिया सत्ता का कमान देखिए
मत का तोहफ़ा दिया है कैसा सम्मान देखिए 
क्षितिज पर उदयभान नया हिंदुस्तान देखिए 
विश्व के मानचित्र पर चमकते हुए भारत का 
मोदी रचेंगे जो इतिहास वो शुभ विहान देखिए । 

ममता चोंकर रही है कहीं माया का सा हाल ना हो जाये
आज़म चुप रहिये कहीं तंज कसना ना मंहगा पड़ जाये
बहुत डाल लीं फर्क,दरारें,अंज़ाम ने,हैरत में डाला होगा
पाले से जनाधार क्यों खिसक गया कुछ तो खंगाला होगा
भड़काने की अब छोड़ हरकत छिछोरी,चुप बैठिये घर में
वरना कहीं ना मिट जाये नामो निशां रहिये शांत भंवर में ।

मुँह का जायका बिगड़ गया सियासत पर रोटी सेंकने वालों का
रस्सी जल गयी ऐंठन नहीं गया झूठी हेंकड़ी बघारने वालों का 
जनता ने मज़ा चखा दिया कहाँ राह है बता दिया नक्कालों का 
घर बैठकर टी.वी.देखो कैसा क़ाफ़िला निकला वी.जे.पी.वालों का ।



आजकल की विशेष हलचल 

मोदी ने दिखा दिया अनूठा कारनामा
मोदी के मुरीद भये नवाज से ओबामा
हीरा बा तेरे लाल ने क्या बुना ताना-बाना
मोदी के अभियान में शरीक हुआ जमाना । 



प्रखर वक्ता कद्दावर कद वाला देश ने दिया है आज सिकंदर  

   हाथी का मद चूर हुआ साईकिल का पहिया हो गया पंक्चर 
   लालटेन की बाती गुल हो गयी थककर पंजा से रूठा मुक़द्दर 
   धनुष बिचारा गच्चा खाया झाड़ू को मंहगी पड़ गई टक्कर 
   कीचड़ में खिला कमल मुस्काये सबको करके रफू-चक्कर ।


   'वाह रे नमो-नमो' 

करिश्मा किया है मोदी के प्रचार ने कमाल 
विरोधियों के गढ़ में भी मचा दिया धमाल 
जीत के आंकड़े से जनता देश की निहाल 
वाह रे नमो-नमो फेल कर दी सबकी चाल । 

धर्म के नाम पर भाई चारे में फुट डालकर  
वर्षों से राजभोग कर उड़ा रही थे जो माल  
मुँह पर जड़ा ताला आलोचक हुए निढाल 
इक दूजे पर मढ़ें दोष मचा द्वंद है विशाल ।  


दुश्मनों के मंसूबों को कर दिया हलाल 
दूर कर दी सारी दूरियां धो दिया मलाल 
माँ से आशीर्वाद ले ठोंक दी है ऐसी ताल 
हिन्दुस्तान बनेगा विश्व से भी बेमिसाल ।  
                                                                   
                                                                                      शैल सिंह 

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